अब जयपुर में एडवांस तकनीक और अनुभवी डॉक्टर से कराएं बवासीर का दर्द रहित लेजर ऑपरेशन
बवासीर क्या है?
बवासीर यानी अर्श एक गुदा संबंधी बीमारी है, जिसमें गुदा की नसें सूज जाती हैं, सूजन के कारण नसें गुदा में लटके हुए दिखाई देते हैं, इसे हम बवासीर के मस्से के नाम से जानते हैं|
आमतौर पर बवासीर होने का मुख्य कारण कब्ज होता है| दरअसल, कब्ज होने पर मल त्याग के समय गुदा में लगने वाले दबाव के कारण नसों में सूजन आ जाता है और यदि इस पर नियंत्रण नहीं किया गया तो यह विकराल रूप धारण कर लेता है। अंततः उपचार के लिए सर्जरी की आवश्यकता पड़ती है।

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जयपुर में बवासीर के बेस्ट डॉक्टर – Jaipur me Piles ka ilaj ke liye Doctor

डॉ. तन्मय जैन
एमबीबीएस, डीएनबी- जनरल सर्जरी
अनुभव– 9 वर्ष
इलाज करवा चुके रोगियों के रिव्यु
Main piles se 2 saal se pareshan tha, thank you to the team, laser surgery ke 2 din baad main sabhi normal kaam kar paa raha hu. Doctor ne poori dekhbhal ki.

Aabid
Thank you so much, Mera Bahut acche se upchar hua. thanks to doctor for giving such treatment.

Sarthak
Bawaseer ki laser surgery se operation ke 3 din baad main acchee tarah se chal paa raha hu aur latrin karne men koi dikkat nahi hoti.

Manoj
कारण:
- लंबे समय तक एक जगह बैठना
- पुरानी कब्ज
- ज्यादा तीखा और मसालेदार खाना
- कम पानी पीना
- फाइबर की कमी
- गुदा क्षेत्र में चोट
- रेक्टल प्रोलेप्स
लक्षण :
- गुदा क्षेत्र में खुजली
- मलत्याग के दौरान रक्तस्त्राव
- गुदा क्षेत्र में दर्द
- गुदा क्षेत्र में जलन
- बैठने में दर्द
बवासीर का दर्द रहित उपचार के लिए स्पेशलिस्ट डॉक्टर इन जयपुर
जयपुर शहर में पाइल्स ट्रीटमेंट के लिए सबसे अच्छे गुदा रोग स्पेशलिस्ट का चयन करना एक चुनौतीपूर्ण कार्य है। हमारे जरिए आप इस कार्य को आसान बना सकते हैं।
टॉप गुदा रोग स्पेशलिस्ट इन जयपुर
- डॉ. तन्मय जैन
- डॉ. जितेंद्र सिंह
क्षार सूत्र बनाम पाइल्स लेजर ट्रीटमेंट इन जयपुर
- क्षार सूत्र एक आयुर्वेदिक ऑपरेशन विधि है जबकि लेजर ट्रीटमेंट एडवांस मेडिकल तकनीक है।
- क्षार सूत्र उपचार की प्रक्रिया का समय लम्बा होता है जबकि पाइल्स का लेजर ट्रीटमेंट पूरा होने में करीबन 30 मिनट का समय लगता है।
- लेजर ऑपरेशन में कोई कट या ब्लीडिंग नहीं होता है, जबकि बवासीर का क्षार सूत्र विधि से उपचार में कट या ब्लीडिंग होने की संभावना बहुत अधिक होती है।
- क्षार सूत्र विधि से ट्रीटमेंट के लिए नियर जयपुर गुदा रोग स्पेशलिस्ट की संख्या कम है, जबकि लेजर विधि से ऑपरेशन के लिए जयपुर में बहुत से बवासीर स्पेशलिस्ट डॉक्टर मिल जाएंगे।
- क्षार सूत्र से ऑपरेशन होने के बाद रोगी को कई सप्ताह तक आराम की जरूरत होगी, जबकि लेजर उपचार के दो दिन बाद से रोगी अपने सामान्य काम कर सकता है।
- मलत्याग के समय दर्द होता है, लेजर ऑपरेशन में ऐसा नहीं होता है।
पाइल्स ट्रीटमेंट की कुल विधियाँ:
- ओपन सर्जरी
- लेजर सर्जरी
- क्षार सूत्र
- स्टेपलर सर्जरी
इन बिन्दुओं को जानने के बाद आपको अंदाजा हो गया होगा कि बवासीर का उपचार के लिए लेजर प्रक्रिया उपचार की सर्वोत्तम विधि है।
यदि आप अपने बिजी लाइफस्टाइल में बेस्ट बवासीर डॉक्टर नियर जयपुर से संपर्क करना चाहते हैं और बिना मेहनत किए उपचार चाहते हैं तो हम आपके लिए सबसे अच्छा विकल्प हैं।
बवासीर का लेजर उपचार की पात्रता
यदि रोगी में निम्नलिखित लक्षण नजर आते हैं तो डॉक्टर पाइल्स का लेजर ट्रीटमेंट की सलाह दे सकता है-
- यदि बवासीर ग्रेड 2 के अंतिम चरण में है
- यदि रोगी को ग्रेड 3 का बवासीर है
- रोगी ग्रेड 4 के शुरुआती चरण में है
निदान
बवासीर की नैदानिक प्रक्रिया में कई क्रम हैं, इसका निदान करने के लिए डॉक्टर निम्न जाँच प्रक्रियाएं उपयोग कर सकते हैं-
- डॉक्टर रोगी के गुदा मार्ग में चिकनाई युक्त ग्लव्ड फिंगर डालकर टिश्यू या नसों के अनियमित ग्रोथ का आकलन करेंगे।
- अब डॉक्टर एनोस्कोप या प्रॉक्टोस्कोप से गुदा के भीतर देखेंगे। ये दोनों उपकरण खासकर गुदा के भीतर झाँकने के लिए बनाए गए हैं।
- कई बार कैंसर रुपी कोशिकाएं होने की आशंका में डॉक्टर कोलोनस्कोपी भी कर सकते हैं, इस प्रक्रिया के दौरान रोगी एनेस्थीसिया के प्रभाव में होता है
उपचार के पहले:
उपचार के पूर्व डॉक्टर आपके स्वास्थ्य की जाँच करेंगे और यह सुनिश्चित करेंगे कि आपको कोई ऐसी बीमारी तो नहीं है जिसके चलते सर्जरी के बाद कोई अड़चन पैदा हो। यदि ऐसा होता है या आप किसी दवा का सेवन करते हैं जिसके कारण लेजर सर्जरी में परेशानी हो सकती है तो डॉक्टर इलाज वाले दिन को आगे बढ़ा सकते हैं।
उपचार के लगभग एक सप्ताह पूर्व रोगी को कुछ हिदायतें दी जाती हैं, जिसका अनुकरण करना बहुत जरूरी होता है।
उपचार प्रक्रिया
बवासीर का लेजर उपचार 30 मिनट की एडवांस प्रक्रिया है। जयपुर में रोगी को ऑपरेशन रूम में ले जाया जाता है और एनेस्थीसिया से भरा इंजेक्शन दिया जाता है, जिससे कुछ देर के लिए रोगी का शरीर सुन्न हो जाता है। इस दौरान डॉक्टर रोगी का ऑपरेशन करते हैं।
इसके लिए एक लेजर उपकरण का उपयोग किया जाता है। रोगी के मस्सों के आकार और गहराई के अनुसार लेजर किरण की फ्रीक्वेंसी तय की जाती है। अब लेजर बीम को बवासीर के मस्सों पर लगाया जाता है, जिससे मस्सों पर जाने वाला ब्लड सप्लाई बंद हो जाता है और मस्सों वाली जगह पर स्कार टिश्यू बन जाता है जो कुछ दिनों में गायब हो जाता है।
यह पूरी प्रक्रिया खत्म होने में कम से कम आधा घंटा और अधिक से अधिक एक घंटा लगता है।
अधिकतर पूछे गए प्रश्न
क्योंकि यह बवासीर के अन्य उपचार प्रक्रियाओं की तुलना में बहुत कम समय में हो जाती है और रोगी के गुदा में कोई बड़ा जख्म नहीं होता है। इसके अलावा भी कई कारण हैं जो जयपुर में पाइल्स का ऑपरेशन के लिए लेजर सर्जरी को ऑपरेशन की एक अच्छी प्रक्रिया बनाते हैं, जैसे-
दो दिन में काम पर वापसी
गुदा क्षेत्र में कोई दाग नहीं
जल्दी रिकवरी
रिकवरी पर्यंत कोई पीड़ा नहीं
जयपुर में हमारे पास डॉक्टर की एक बड़ी टीम हैं, जो कई सालों से बवासीर के मस्से हटाने के लिए लेजर उपचार कर रहे हैं। ये डॉक्टर हजारों मरीजों का ऑपरेशन कर चुके हैं, नतीजन आपके ऑपरेशन के दौरान कोई त्रुटि नहीं होगी और ऑपरेशन के बाद इसके दोबारा होने की संभावना शून्य होगी।
इसके अलावा हम इलाज के लिए सबसे अच्छे और एडवांस उपकरण का चयन करते हैं, जिससे ऑपरेशन मक्खन की तरह होता है।
यदि आप यह जानना चाहते हैं कि आपको किस ग्रेड का बवासीर है तो आप हमें फोन कर सकते हैं, हम आपका डॉक्टर के साथ अपॉइंटमेंट बुक कर देंगे और आप उनसे वीडयो में कंसल्ट कर सकते हैं। फोन करना बिल्कुल मुफ्त है। हो सकता है कि आपके पाइल्स के मस्से का एक सही ग्रेड के बारे में बताने के लिए जयपुर में डॉक्टर निदान के लिए आपको क्लीनिक में बुला लें।
हाँ! यदि आपको ग्रेड 1 का बवासीर है तो आप कुछ घरेलू नुस्खे का उपयोग करके और डॉक्टर की दवाइयों का उपयोग करके पाइल्स को रोक सकते हैं और सर्जरी से बच सकते हैं। यदि आप जयपुर में रहते हैं और अपने ग्रेड के बारे में जानना चाहते हैं तो हमें फोन करने या अपॉइंटमेंट बुक करें, दोनों ही चीजें फ्री हैं।
यह अलग-अलग रोगी के स्वास्थ्य पर निर्भर करता है, आमतौर पर रोगी ऑपरेशन के 2 दिन उपरांत अपने वर्क लाइफ में जा सकता है और एक सप्ताह के भीतर पूरी तरह से दुरुस्त हो सकता है।
कुछ दिनों के लिए आपको खानपान में बदलाव करने की सलाह दी जा सकती है, दरअसल ये आपके जल्दी रिकवरी में आपकी मदद करेगा। ऑपरेशन के उपरान्त आपको चाहिए कि आप भरपूर मात्रा में पानी पिएं, इससे आपका शरीर हाइड्रेट रहेगा और त्वचा जल्दी हील होगी।
एक प्रकाशित रिसर्च के मुताबिक पाइल्स होने का मुख्य कारण पुरानी कब्ज और खानपान है। अगर आकड़ों पर गौर किया जाए तो नजर आएगा कि जयपुर में बच्चे-बूढ़े सभी की जीवनशैली में उथल-पुथल है। खराब खान-पान और जीवनशैली अब हर आदमी के जीवनशैली का एक प्रमुख हिस्सा हो चुके हैं, जो लोग इसके हिस्सेदार हैं उनमें से ज्यादातर लोग बवासीर से पीड़ित होते हैं।
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हर जगह की तरह जयपुर में भी बवासीर रोगियों की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है, जो एक गंभीर बात है। इससे बचने के लिए जनता को अपने खानपान और जीवनशैली में बदलाव करके कब्ज से मुक्ति पानी होगी।
हालांकि कई बार बवासीर अन्य कारणों से भी हो जाता है। इसकी वजह का पता लगाकर उचित निदान और उचित उपचार के लिए आपको डॉक्टर से निदान करवाना पड़ेगा।
जयपुर में बवासीर का एक अच्छे उपचार के लिए आप हमारे डॉक्टर से सलाह ले सकते हैं, वे आपके बवासीर के ग्रेड के मुताबिक़ आपको उचित उपचार (दवा, घरेलू इलाज या लेजर सर्जरी) की सलाह देंगे।