बवासीर के दर्दनाक परिस्थिति से हैं परेशान तो जालंधर में आज ही कराएं दर्द रहित लेजर ऑपरेशन द्वारा उपचार
बवासीर क्या है?
बवासीर एक ऐसी बीमारी है जिसमें व्यक्ति के गुदा क्षेत्र की नसों में सूजन आ जाता है। इस समस्या में गुदा मार्ग में मस्सों का निर्माण हो जाता है। ये मस्से दर्द भरे होते हैं। इन मस्सों में रक्त या मवाद भरा हो सकता है। जब पाइल्स अपने अंतिम चरण में या उसके करीब आ जाता है तो रक्तस्राव के लक्षण शुरू हो जाते हैं। नतीजन शरीर में खून की कमी हो जाने के कारण एनीमिया हो सकता है। गंभीर मामलों में इसके उपचार के लिए सर्जरी का सहयोग लेना अनिवार्य हो जाता है।

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जालंधर में बवासीर का डॉक्टर कहां पर है – Jalandhar me Piles ka ilaj ke liye Doctor

डॉ. पियारा सिंह
एमबीबीएस, डीएनबी- जनरल सर्जरी
अनुभव– 13 वर्ष
इलाज करवा चुके रोगियों के रिव्यु
Main piles se 2 saal se pareshan tha, thank you to the team, laser surgery ke 2 din baad main sabhi normal kaam kar paa raha hu. Doctor ne poori dekhbhal ki.

Aabid
Thank you so much, Mera Bahut acche se upchar hua. thanks to doctor for giving such treatment.

Sarthak
Bawaseer ki laser surgery se operation ke 3 din baad main acchee tarah se chal paa raha hu aur latrin karne men koi dikkat nahi hoti.

Manoj
कारण:
- लंबे समय तक एक जगह बैठना
- पुरानी कब्ज
- ज्यादा तीखा और मसालेदार खाना
- कम पानी पीना
- फाइबर की कमी
- गुदा क्षेत्र में चोट
- रेक्टल प्रोलेप्स
लक्षण :
- गुदा क्षेत्र में खुजली
- मलत्याग के दौरान रक्तस्त्राव
- गुदा क्षेत्र में दर्द
- गुदा क्षेत्र में जलन
- बैठने में दर्द
हमसे इलाज क्यों करवाएं
क्योंकि, हमारे पास जालंधर के सबसे मशहूर डॉक्टर/सर्जन हैं जो बवासीर के अवस्था के अनुसार घरेलू उपचार, दवाइयाँ या सर्जरी की सलाह देते हैं। ये डॉक्टर हजारों मरीजों का उपचार कर चुके हैं, नतीजन आपके उपचार के दौरान कोई त्रुटि नहीं होगी और उपचार के बाद इसके दोबारा होने की संभावना शून्य होगी।
क्या पाइल्स का उपचार दवाइयों से किया जा सकता है?
यदि बवासीर अपने शुरूआती स्टेज पर है तो डॉक्टर कुछ घरेलू नुस्खे और दवाइयों की मदद से इसे ख़तम कर सकते हैं, लेकिन ग्रेड अधिक होने पर इसके लिए लेजर सर्जरी ही सबसे अच्छा आप्शन होता है। यदि आप जानना चाहते हैं कि आपका पाइल्स किस ग्रेड में है और क्या उसे घरेलू नुस्खों और दवाओं की मदद से हमेशा के लिए ख़तम किया जा सकता है तो डॉक्टर से जाँच करवाना पड़ेगा।
लेजर सर्जरी का ही चयन करें
जब आप जालंधर में पाइल्स का इलाज के लिए डॉक्टर के पास जाएंगे तो वे बीमारी की गंभीरता के अनुसार ऑपरेशन की सलाह दे सकते हैं। यदि आपको सर्जरी करवानी पड़ती है तो इसके लिए लेजर प्रक्रिया का चयन करना चाहिए, यह ओपन सर्जरी से बहुत अच्छी होती है जिसमें कोई चीर-फाड़ नहीं होता है।
आखिर जालंधर में पाइल्स का इलाज के लिए लेजर ऑपरेशन ही क्यों
दरअसल, ओपन सर्जरी की तुलना में लेजर ऑपरेशन के कई फायदे होते हैं, इसलिए हमारे डॉक्टर जालंधर में पाइल्स का जड़ से इलाज करने के लिए लेजर ऑपरेशन की सलाह देते हैं, आइये जानते हैं कि आखिर क्यों यह ओपन सर्जरी की तुलना में बेहतर विकल्प है-
जालंधर में बवासीर की लेजर सर्जरी | जालंधर में बवासीर की ओपन सर्जरी |
इलाज में कोई ब्लीडिंग नहीं | रक्तस्राव होता है |
इलाज के बाद जख्म भरते समय कोई दर्द नहीं, 2 दिन में जख्म भर जाते हैं | इलाज के बाद बहुत दर्द, जख्म भरने में 15 दिन तक का समय लग सकता है |
पूरी प्रक्रिया 30 मिनट में खत्म हो जाती है | अधिक समय लगता है |
एक दिन में अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया जाता है | अस्पताल से डिस्चार्ज होने में 1 सप्ताह तक का समय लग सकता है |
रोगी दो दिन में अपने सभी साधारण काम कर सकता है | 15 दिन तक बेड रेस्ट की जरूरत होती है |
सर्जरी के बाद लैट्रिन जाने में कोई परेशानी नहीं | बहुत सी परेशानी और दर्द का सामना करना पड़ता है |
इन्फेक्शन होने की बहुत कम संभावना | इन्फेक्शन होने का ख़तरा अधिक होता है |
हमेशा के लिए पाइल्स से छुटकारा | दोबारा हो सकता है |
कुल खर्च कम होता है | कुल खर्च, खानपान में बदलाव आदि मिलाकर अधिक पैसा लगता है |
खानपान में बदलाव करने की कोई जरूरत नहीं | बहुत परहेज करना पड़ता है |
निदान
जालंधर में नैदानिक प्रक्रिया के दौरान डॉक्टर बाहरी पाइल्स को अच्छी तरह से देख सकते हैं। लेकिन, आंतरिक बवासीर की जांच के लिए डॉक्टर प्रोक्टोस्कोपी, एनोस्कोपी या सिग्मोइडोस्कोपी कर सकते हैं।
सर्जरी
जालंधर में पाइल्स की सर्जरी के लिए हमारे सर्जन लेज़र तकनीक का उपयोग करते हैं। कारण स्पष्ट है- लेज़र तकनीक से किया गया इलाज दर्द रहित होता है और रिकवरी टाइम में भी रोगी को कोई दर्द नहीं होता है। लेज़र ऑपरेशन के बाद रोगी को दुरुस्त होने में तीन दिन से कम समय लगता है।
बवासीर की लेज़र सर्जरी में लेज़र किरणों का इस्तेमाल होता है। ये किरणें मस्सों पर डाली जाती हैं जिससे ब्लड वेसल्स सिकुड़ जाते हैं और अंत में सूखकर गिर जाते हैं। यह मस्सों के लिए खून की सप्लाई करने वाली नसों को ब्लाक कर देता है जिससे पाइल्स के दोबारा होने की संभावना बहुत कम हो जाती है।
अधिकतर पूछे गए प्रश्न
‘ग्रेड-4’ पाइल्स का अंतिम चरण हैं। बवासीर का यह चरण अत्यंत पीड़ादायक होता है मस्सों का आकार सामान्य से बहुत बड़ा हो जाता है। पाइल्स के ग्रेड-4 में उठते-बैठते, मल त्याग करते आदि कोई भी गुदा में हल्का भी दबाव बनने वाला कार्य करने पर मस्सों से रक्स्त्राव होता है और आपके कपड़े में खून के धब्बे भी देखे जा सकते हैं। बवासीर के इस चरण को जालंधर के डॉक्टर खतरनाक मानते हैं क्योंकि इससे व्यक्ति के शरीर में खून की कमी होने लगती है और वह एनीमिया जैसी गंभीर बीमारी से भी ग्रसित हो सकता है।
बिल्कुल भी नहीं। ग्रेड चार की बवासीर को पूर्ण रूप से ठीक करने के लिए सिर्फ सर्जरी का ही सहारा लिया जा सकता है।घरेलू नुस्खे या एलोपैथिक दवाइयाँ कुछ नहीं कर सकती हैं। हालांकि, अगर पाइल्स की पहचान शुरूआती स्टेज में हो जाए तो इसे बिना ऑपरेशन के ठीक करने के बारे में सोचा जा सकता है और कई बार इंजेक्शन और दवाइयों के जरिए ही इसका उपचार हो जाता है। परन्तु, यदि आप पाइल्स के अंतिम स्टेज पर पहुँच चुके हैं तो इससे होने वाली जटिलताओं से खुद के स्वास्थ्य की रक्षा करने के लिए जालंधर में पाइल्स का परेशन जरूर करवाएं।
दोनों ही आम रोग हैं, जिनका उपचार जालंधर में मॉडर्न तकनीक की मदद से किया जा सकता है और इनसे कोई खतरा नहीं रहता है। लेकिन, यदि सालों तक उपचार नहीं किया गया तो यह कई सीरियस स्वास्थ्य समस्याएं खड़ा कर सकते हैं, इसलिए उपचार में लापर्वाही नहीं बरतनी चाहिए। बवासीर में गुदा की नसें सूज जाती हैं, जबकि भगंदर में गुदा क्षेत्र में एक टनल यानी सुरंग का निर्माण हो जाता है।
बवासीर की लेजर सर्जरी इलाज का मॉडर्न तरीका है और जालंधर में बवासीर के ऑपरेशन के लिए हमारे डॉक्टर सिर्फ लेजर तकनीक का उपयोग करते हैं। इसलिए यह विधि पूरी तरह से सुरक्षित होती है और रोगी को जल्दी रिकवरी में मदद मिलती है।
मैं बवासीर से पीड़ित हूँ, डॉक्टर के पास कब जाऊं?
बवासीर से पीड़ित होने के बाद डॉक्टर के पास जाने के लिए पूछना कोई अकलमंदी नहीं है। यदि आपको बवासीर के लक्षण क्रमशः कुछ दिनों तक नजर आते हैं तो डॉक्टर के पास जाकर यह सुनिश्चित करवाना चाहिए कि क्या आपको पाइल्स है या नहीं। यदि आप पाइल्स की बीमारी के साथ पाए जाते हैं ओ शुरूआती स्टेज होने के कारण दोकोर आपके पाइल्स को कुछ दवाइयों की मदद से भी ठीक कर सकते हैं। जब क्किसी भी व्यकी को नीचे दिए गए लक्षण दिखाई दें तब डॉक्टर के पास जाने में बिल्कुल भी देरी नहीं करनी चाहिए।
- गुदा क्षेत्र की नसों में सूजन महसूस होने पर, यह शौंच के दौरान मालूम पड़ता है
- यदि गुदा के मस्सें उभार की तरह दिखाई पड़ते हैं
- यदि मस्सों से रक्तस्त्राव होता है या बहुत जलन होती है तो आपको बिना देरी किए डॉक्टर के पास उपचार के लिए जाना चाहिए
बवासीर का दर्द रहित उपचार के लिए स्पेशलिस्ट डॉक्टर इन जालंधर
जालंधर शहर में पाइल्स ट्रीटमेंट के लिए सबसे अच्छे गुदा रोग स्पेशलिस्ट का चयन करना एक चुनौतीपूर्ण कार्य है। हमारे जरिए आप इस कार्य को आसान बना सकते हैं।
टॉप गुदा रोग स्पेशलिस्ट इन जालंधर
- डॉ. पियारा सिंह
क्षार सूत्र बनाम पाइल्स लेजर ट्रीटमेंट इन जालंधर
- क्षार सूत्र एक आयुर्वेदिक उपचार विधि है जबकि लेजर ट्रीटमेंट एडवांस मेडिकल तकनीक है।
- क्षार सूत्र ऑपरेशन की प्रक्रिया का समय लम्बा होता है जबकि पाइल्स का लेजर ट्रीटमेंट पूरा होने में करीबन 30 मिनट का समय लगता है।
- लेजर ऑपरेशन में कोई कट या ब्लीडिंग नहीं होता है, जबकि बवासीर का क्षार सूत्र विधि से उपचार में कट या ब्लीडिंग होने की संभावना बहुत अधिक होती है।
- क्षार सूत्र विधि से ट्रीटमेंट के लिए नियर जालंधर गुदा रोग स्पेशलिस्ट की संख्या कम है, जबकि लेजर विधि से ऑपरेशन के लिए जालंधर में बहुत से पाइल्स स्पेशलिस्ट डॉक्टर मिल जाएंगे।
- क्षार सूत्र से ऑपरेशन होने के बाद रोगी को कई सप्ताह तक आराम की जरूरत होगी, जबकि लेजर उपचार के दो दिन बाद से रोगी अपने सामान्य काम कर सकता है।
- मलत्याग के समय दर्द होता है, लेजर ऑपरेशन में ऐसा नहीं होता है।
पाइल्स ट्रीटमेंट की कुल विधियाँ:
- ओपन सर्जरी
- लेजर ऑपरेशन
- क्षार सूत्र
- स्टेपलर ऑपरेशन
इन बिन्दुओं को जानने के बाद आपको अंदाजा हो गया होगा कि बवासीर का ऑपरेशन के लिए लेजर प्रक्रिया उपचार की सर्वोत्तम विधि है।
यदि आप अपने बिजी लाइफस्टाइल में बेस्ट पाइल्स डॉक्टर नियर जालंधर से संपर्क करना चाहते हैं और बिना मेहनत किए उपचार चाहते हैं तो हम आपके लिए सबसे अच्छा विकल्प हैं।
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क्या आपको पता है कि बवासीर की लेजर सर्जरी, पुरानी चिकित्सा पद्धति (ओपन ऑपरेशन) के ऊपर हावी क्यों है? इसका उत्तर एक वाक्य या एक शब्दों में पूरा करना बहुत मुश्किल है,आइये जानते हैं कि आखिर लेजर सर्जरी ही क्यों-
- सिर्फ आधा घंटा की प्रक्रिया।
- कोई चीर-फाड़ नहीं होने के कारण रोगी को अस्पताल से 24 घंटे के भीतर घर जाने की अनुमति मिल जाती है।
- जल्दी रिकवरी और 48 घंटे बाद रोगी अपने काम पर निडर होकर जा सकता है।
जालंधर में हमसे कराएं पाइल्स का दर्द रहित लेजर ऑपरेशन
विज्ञान के इस दौर में उपचार के लिए पुराने तकनीक का उपयोग करना किसी भी अस्पताल के लिए शोभा नहीं देता है। रोगियों को दर्द रहित एवं एडवांस इलाज प्रदान करने के लिए हम एडवांस और लेटेस्ट उपकरण का उपयोग करते हैं। चलिए जानते हैं कि आखिर जालंधर में पाइल्स का इलाज के लिए हम ही क्यों?
- जालंधर में हमारे के लिए काम करने वाले सभी सर्जन 10 से अधिक वर्षों के अनुभव के साथ हैं, जो एडवांस उपचार की मदद से हजारों की तादाद में बवासीर की दर्द रहित ऑपरेशन कर चुके हैं
- उपचार के लिए हम भारत में उपलब्ध सबसे एडवांस और लेटेस्ट उपकरण का इस्तेमाल करते हैं
- इलाज वाले दिन हमारी केयर बडी टीम आपको घर से अपस्ताल ले जाने और उपचार के बाद दोबारा आपको घर छोड़ने के लिए प्रतिबद्ध है
- इंश्योरेंस का पूर्ण लाभ दिया जाता है और पेपरवर्क में मदद करके इंश्योरेंस को आधा घंटा के भीतर क्लेम करवा दिया जाता है।
- नैदानिक प्रक्रिया में 30% की छूट दी जाती है।
- नो कॉस्ट ईएमआई की सुविधा