अब उदयपुर में एडवांस तकनीक और अनुभवी डॉक्टर से कराएं बवासीर का दर्द रहित लेजर ऑपरेशन
बवासीर क्या है?
पाइल्स या बवासीर एक किस्म का गुदा रोग है, इस बीमारी में गुदा की नसें सूज जाती हैं, इसके कारण गुदा में एक प्रकार का गुच्छा दिखाई देता है, इसे हम बवासीर के मस्से के नाम से जानते हैं।
बहरहाल कब्ज को पाइल्स होने का मुख्य कारण माना जाता है। दरअसल, कांस्टिपेशन होने पर पॉटी करते समय एनल में होने वाले दबाव के चलते नसों में सूजन आ जाता है और यदि यह हर रोज होता है बड़े एवं गंभीर आकार के मस्से बन जाते हैं और अंत में इलाज के लिए ऑपरेशन की जरूरत पड़ती है।

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उदयपुर में बवासीर का डॉक्टर कहां पर है – Udaipur Me Piles Ke Doctor

Dr. Himanshu R Kikani
MBBS, MS – General Surgery
Experience- 21 Years

Dr. Parth Gajjar
MS – General Surgery, MD – Physician
Experience- 8 Years

Dr. Azharuddin J Shaikh
MBBS, MS – General Surgery
Experience- 8 Years
इलाज करवा चुके रोगियों के रिव्यु
Main piles se 2 saal se pareshan tha, thank you to the team, laser surgery ke 2 din baad main sabhi normal kaam kar paa raha hu. Doctor ne poori dekhbhal ki.

Aabid
Thank you so much, Mera Bahut acche se upchar hua. thanks to doctor for giving such treatment.

Sarthak
Bawaseer ki laser surgery se operation ke 3 din baad main acchee tarah se chal paa raha hu aur latrin karne men koi dikkat nahi hoti.

Manoj
कारण:
- लंबे समय तक एक जगह बैठना
- पुरानी कब्ज
- ज्यादा तीखा और मसालेदार खाना
- कम पानी पीना
- फाइबर की कमी
- गुदा क्षेत्र में चोट
- रेक्टल प्रोलेप्स
लक्षण:
- गुदा क्षेत्र में खुजली
- मलत्याग के दौरान रक्तस्त्राव
- गुदा क्षेत्र में दर्द
- गुदा क्षेत्र में जलन
- बैठने में दर्द
आखिर उदयपुर में पाइल्स का इलाज के लिए लेजर सर्जरी ही क्यों
दरअसल, ओपन सर्जरी की तुलना में लेजर सर्जरी के कई फायदे होते हैं, इसलिए हमारे डॉक्टर उदयपुर में पाइल्स का जड़ से इलाज करने के लिए लेजर ऑपरेशन की सलाह देते हैं, आइये जानते हैं कि आखिर क्यों यह ओपन ऑपरेशन की तुलना में बेहतर विकल्प है-
उदयपुर में बवासीर की लेजर सर्जरी | उदयपुर में बवासीर की ओपन सर्जरी |
इलाज में कोई ब्लीडिंग नहीं | रक्तस्राव होता है |
इलाज के बाद जख्म भरते समय कोई दर्द नहीं, 2 दिन में जख्म भर जाते हैं | इलाज के बाद बहुत दर्द, जख्म भरने में 15 दिन तक का समय लग सकता है |
पूरी प्रक्रिया 30 मिनट में खत्म हो जाती है | अधिक समय लगता है |
एक दिन में अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया जाता है | अस्पताल से डिस्चार्ज होने में 1 सप्ताह तक का समय लग सकता है |
रोगी दो दिन में अपने सभी साधारण काम कर सकता है | 15 दिन तक बेड रेस्ट की जरूरत होती है |
ऑपरेशन के बाद लैट्रिन जाने में कोई परेशानी नहीं | बहुत सी परेशानी और दर्द का सामना करना पड़ता है |
इन्फेक्शन होने की बहुत कम संभावना | इन्फेक्शन होने का ख़तरा अधिक होता है |
हमेशा के लिए बवासीर से छुटकारा | दोबारा हो सकता है |
कुल खर्च कम होता है | कुल खर्च, खानपान में बदलाव आदि मिलाकर अधिक पैसा लगता है |
खानपान में बदलाव करने की कोई जरूरत नहीं | बहुत परहेज करना पड़ता है |
बवासीर का लेजर उपचार की पात्रता
यदि रोगी में निम्नलिखित लक्षण नजर आते हैं तो डॉक्टर पाइल्स का लेजर ट्रीटमेंट की सलाह दे सकता है-
- यदि बवासीर ग्रेड 2 के अंतिम चरण में है
- यदि रोगी को ग्रेड 3 का बवासीर है
- रोगी ग्रेड 4 के शुरुआती चरण में है
निदान
इसे कई क्रम में पूरा किया जाता हैं, निदान करने के लिए डॉक्टर निम्न जाँच प्रक्रिया में से किसी एक या कई प्रक्रियाओं का चयन कर सकते हैं-
- डॉक्टर रोगी के एनस मार्ग में ल्यूब्रिकेटेड ग्लव्ड उंगली डालकर नसों या ऊतकों के अनियमित बढ़ाव का पता लगाएंगे।
- अब एनोस्कोप या प्रॉक्टोस्कोप नामक उपकरण से से गुदा के भीतर देखेंगे। ये यंत्र खासकर गुदा के अंदर की स्थिति देखने के लिए बनाए गए हैं।
- कई बार गुदा की त्वचा में कैंसरस सेल्स के होने की आशंका में डॉक्टर कोलोनस्कोपी भी कर सकते हैं, इस प्रक्रिया के दौरान रोगी एनेस्थीसिया के प्रभाव में होता है।
ऑपरेशन के पहले:
इलाज के पहले सर्जन आपके हेल्थ की जाँच करेंगे और यह कन्फर्म करेंगे कि आपको कोई ऐसी डिजीज तो नहीं है जिसके चलते सर्जरी के बाद कोई परेशानी हो। यदि ऐसा होता है या आप किसी मेडिसिन का उपयोग करते हैं जिसके चलते लेजर उपचार में परेशानी हो सकती है तो इलाज वाले दिन को आगे बढ़ाया जा सकता है।
सर्जरी के लगभग 7 दिन पूर्व रोगी को कुछ सावधानियां बरतने को कही जाती हैं, जिसका पालन करना बहुत जरूरी होता है।
लेजर सर्जरी
पाइल्स का लेजर ऑपरेशन 30 मिनट की प्रक्रिया है। इलाज के लिए रोगी को ओटी (Operation Theatre ) रूम में ले जाया जाता है और एनेस्थीसिया दिया जाता है, जिससे रोगी कुछ समय के खातिर बेहोश हो जाता है। अब सर्जन मरीज की सर्जरी करते हैं।
प्रक्रिया के लिए एक एडवांस लेजर यंत्र का उपयोग होता है। बवासीर के मस्सों के आकार और डेप्थ के अनुसार लेजर बीम की एक निश्चित फ्रीक्वेंसी तय की जाती है। अब लेजर बीम को पाइल्स के मस्सों पर डाला जाता है, जिससे मस्सों तक पहुँचने वाला रक्त रुक जाता है और मस्सों वाली जगह पर स्कार टिश्यू का निर्माण हो जाता है जो कुछ ही दिनों में खुद से ही खत्म हो जाता है।
प्रक्रिया सम्पन्न होने में 30 मिनट से 1 घंटे तक का वक्त लग सकता है।
अधिकतर पूछे गए प्रश्न
लेजर सर्जरी बवासीर के उपचार की अन्य प्रक्रियाओं की तुलना में बहुत कम समय में पूरी हो जाती है और इसके बाद रोगी के एनस में कोई गंभीर जख्म नहीं होता है। इतना ही नहीं बल्कि, और भी कई कारण हैं जो बवासीर का ऑपरेशन के लिए लेजर सर्जरी को एक अच्छी प्रक्रिया बनाते हैं, जैसे-
दो दिन में अपने काम पर जा सकते हैं
गुदा क्षेत्र में कोई निशान नहीं बनता है
रिकवरी जल्दी होती है
रिकवरी के समय कोई दर्द नहीं होता है
एक दिन के भीतर अस्पताल से छुट्टी मिल जाती है
इन वजहों के कारण उदयपुर के डॉक्टर बवासीर का ऑपरेशन के लिए लेजर सर्जरी का चयन करने को कहते हैं.
एक नहीं कई वजहें हैं जो पाइल्स का लेजर उपचार के लिए हमें सबसे बेहतर बनाती हैं। दरअसल, उदयपुर में हमारे पास अच्छे सर्जन की एक बड़ी टीम हैं, जो कई वर्षों से बवासीर का लेजर ट्रीटमेंट कर रहे हैं। ये सर्जन हजारों रोगियों का उपचार सफलता पूर्वक कर चुके हैं, फलस्वरूप उपचार के समय कोई दिक्कत नहीं होगी और लेजर ऑपरेशन के बाद रोग के दोबारा होने का अनुमान शून्य होगा।
इसके अलावा बवासीर का लेजर ऑपरेशन करने के लिए हमारे डॉक्टर एडवांस और लेटेस्ट उपकरण का उपयोग करते हैं, जिससे ऑपरेशन के बाद दुष्प्रभाव होने की कोई संभावना नहीं होती है।
यदि आप अपने बवासीर के स्टेज के बारे में जानना चाहते हैं तो आप हमसे बात करने के लिए फोन कर सकते हैं, आप चाहे तो हमारे डॉक्टर से वीडियो कंसल्टेशन भी कर सकते हैं। फोन करना बिल्कुल मुफ्त है।जरूरत पड़ने पर डॉक्टर आपकी जाँच के लिए आपको निदान के लिए अपने क्लीनिक में बुला सकते हैं।
एक प्रकाशित रिसर्च के मुताबिक बवासीर होने का मुख्य कारण पुरानी कब्ज और खानपान है। अगर आकड़ों पर गौर किया जाए तो नजर आएगा कि उदयपुर में बच्चे-बूढ़े सभी की जीवनशैली में उथल-पुथल है। खराब खान-पान और जीवनशैली अब हर आदमी के जीवनशैली का एक प्रमुख हिस्सा हो चुके हैं, जो लोग इसके हिस्सेदार हैं उनमें से ज्यादातर लोग बवासीर से पीड़ित होते हैं।
उदयपुर में बवासीर के लेजर ऑपरेशन में 30 हजार से 80 हजार तक का खर्च आ सकता है. आपके रोग की परिस्थिति के अनुसार खर्च कम या अधिक हो सकता है. यदि आप अपना इंश्योरेंस कम करके और निदान में छूट पाकर ऑपरेशन का खर्च कम करना चाहते हैं तो हम आपको मदद कर सकते हैं.
बवासीर की लेजर सर्जरी इलाज का मॉडर्न तरीका है और हम बवासीर का ऑपरेशन के लिए सिर्फ लेजर तकनीक का उपयोग करते हैं| उदयपुर में हम बवासीर का लेजर उपचार के लिए एडवांस उपकरणों का इस्तेमाल करते हैं, इसलिए यह पूरी तरह से सुरक्षित होती है और रोगी को जल्दी रिकवर होने में मदद मिलती है|
बिल्कुल भी नहीं। ग्रेड चार की बवासीर को पूर्ण रूप से ठीक करने के लिए सिर्फ सर्जरी का ही सहारा लिया जा सकता है।घरेलू नुस्खे या एलोपैथिक दवाइयाँ कुछ नहीं कर सकती हैं। हालांकि, अगर बवासीर की पहचान शुरूआती स्टेज में हो जाए तो इसे बिना सर्जरी के ठीक करने के बारे में सोचा जा सकता है और कई बार इंजेक्शन और दवाइयों के जरिए ही इसका उपचार हो जाता है। परन्तु, यदि आप बवासीर के अंतिम स्टेज पर पहुँच चुके हैं तो इससे होने वाली जटिलताओं से खुद के स्वास्थ्य की रक्षा करने के लिए सर्जरी जरूर करवाएं। यदि आप इसके लिए उदयपुर में बेस्ट पाइल्स डॉक्टर से मिलना चाहते हैं तो हमें फोन करें.
बवासीर का दर्द रहित उपचार के लिए स्पेशलिस्ट डॉक्टर इन उदयपुर
उदयपुर शहर में पाइल्स ट्रीटमेंट के लिए सबसे अच्छे गुदा रोग स्पेशलिस्ट का चयन करना एक चुनौतीपूर्ण कार्य है। हमारे जरिए आप इस कार्य को आसान बना सकते हैं।
टॉप गुदा रोग स्पेशलिस्ट इन उदयपुर
- डॉ. देवल ए. पारिख
- डॉ. चिराग जे शाह
- डॉ. अजहरुद्दीन शेख
क्षार सूत्र बनाम पाइल्स लेजर ट्रीटमेंट इन उदयपुर
- क्षार सूत्र एक आयुर्वेदिक उपचार विधि है जबकि लेजर ट्रीटमेंट एडवांस मेडिकल तकनीक है।
- क्षार सूत्र उपचार की प्रक्रिया का समय लम्बा होता है जबकि पाइल्स का लेजर ट्रीटमेंट पूरा होने में करीबन 30 मिनट का समय लगता है।
- लेजर उपचार में कोई कट या ब्लीडिंग नहीं होता है, जबकि बवासीर का क्षार सूत्र विधि से उपचार में कट या ब्लीडिंग होने की संभावना बहुत अधिक होती है।
- क्षार सूत्र विधि से ट्रीटमेंट के लिए नियर उदयपुर गुदा रोग स्पेशलिस्ट की संख्या कम है, जबकि लेजर विधि से उपचार के लिए उदयपुर में बहुत से बवासीर स्पेशलिस्ट डॉक्टर मिल जाएंगे।
- क्षार सूत्र से उपचार होने के बाद रोगी को कई सप्ताह तक आराम की जरूरत होगी, जबकि लेजर उपचार के दो दिन बाद से रोगी अपने सामान्य काम कर सकता है।
- मलत्याग के समय दर्द होता है, लेजर उपचार विधि में ऐसा नहीं होता है।
पाइल्स ट्रीटमेंट की कुल विधियाँ:
- ओपन सर्जरी
- लेजर सर्जरी
- क्षार सूत्र
- स्टेपलर सर्जरी
इन बिन्दुओं को जानने के बाद आपको अंदाजा हो गया होगा कि बवासीर का उपचार के लिए लेजर प्रक्रिया उपचार की सर्वोत्तम विधि है।
यदि आप अपने बिजी लाइफस्टाइल में बेस्ट बवासीर डॉक्टर नियर उदयपुर से संपर्क करना चाहते हैं और बिना मेहनत किए उपचार चाहते हैं तो हम आपके लिए सबसे अच्छा विकल्प हैं।
अधिक जाने
बवासीर होने की असली वजह क्या है?
अगर गौर किया जाए तो भारत का एक बड़ा तपका बवासीर जैसे गंभीर गुदा रोग से पीड़ित है, इसकी मात्र एक वजह है – खानपान में अनुसाशन नहीं है, फलस्वरूप कब्ज और बवासीर हो जाता है।
देखा जाए तो ऐसे लोग जो ऑफिस में दिनभर बैठे रहते हैं या फिजिकली एक्टिव नहीं रहते हैं, उन्हें अक्सर कब्ज होता है और उनमें बवासीर होने की संभावना बहुत अधिक होती है। इसलिए यह बहुत जरूरी है कि आप खेल कूद में हिस्सा लें या फिर योग या कसरत करें।
यदि आप अपने जीभ पर तलवार रख लें और तैलीय, जंक, मिर्च-मसाले आदि वाले खाद्य पदार्थ को उससे छान दे तो बवासीर होने से बचा जा सकता है। क्योंकि यदि एक बार बवासीर हो गया और वह ग्रेड 2 पर पहुँच गया तो उसे ठीक करने के लिए सर्जरी ही एकमात्र विकल्प बचता है।
लेजर सर्जरी है सबसे अच्छी प्रक्रिया
क्या आपको पता है कि उदयपुर में बवासीर का लेजर ऑपरेशन , पुरानी चिकित्सा पद्धति (ओपन सर्जरी) के ऊपर हावी क्यों है? इसका उत्तर एक वाक्य या एक शब्दों में पूरा करना बहुत मुश्किल है,आइये जानते हैं कि आखिर लेजर ऑपरेशन ही क्यों-
- सिर्फ आधा घंटा की प्रक्रिया।
- कोई चीर-फाड़ नहीं होने के कारण रोगी को अस्पताल से 24 घंटे के भीतर घर जाने की अनुमति मिल जाती है|
- जल्दी रिकवरी और 48 घंटे बाद रोगी अपने काम पर निडर होकर जा सकता है।
क्या मुझे घरेलू नुस्खे से बवासीर से छुटकारा मिल सकता है?
पाइल्स कभी-कभी अपने आप ठीक हो जाता है। लेकिन कुछ घरेलू उपचार हैं जो बवासीर के दर्द और बेचैनी को कम कर सकते हैं जैसे कि सिट्ज़ बाथ, मलहम, लेक्सेटिव, ढीले कपड़े पहनना, ठंडा पेय पीना, बर्फ की सिंकाई करना, गुदा क्षेत्र में खुजली न करना आदि।
लेकिन, यदि इन सब उपचार को आजमाने के बाद भी बवासीर के लक्षणों में कमी नहीं आ रही है तो बवासीर से छुटकारा पाने के लिए और इसके बार-बार होने के खतरे को कम करने के लिए उदयपुर में बवासीर के डॉक्टर से बात करें।