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एनल फिशर का लेजर द्वारा आधुनिक इलाज - Fissure Treatment in Hindi
एनल फिशर (Anal Fissure) एक गुदा रोग है, जिससे हर साल कई लोग प्रभावित होते हैं। एनल फिशर के शुरुआती चरण में इलाज के लिए कुछ नॉन-सर्जिकल विकल्प कारगर साबित हो सकते हैं, लेकिन यदि स्थिति अनुपचारित रह जाती है, तो यह स्थिति क्रोनिक फिशर में बदल सकती है।
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एनल फिशर क्या है?
एनल फिशर एक दर्दनाक और असहज स्थिति है, जो विभिन्न उम्र के लोगों को प्रभावित करती है, लेकिन यह नवजात शिशु, छोटे बच्चे और 20 से 40 वर्ष के बीच के वयस्कों को अधिक प्रभावित करती है। एनल फिशर के प्रमुख कारणों में अधिक फास्ट फूड का सेवन, पाचन तंत्र में समस्या या गुदा नलिका पर अतिरिक्त दबाव हो सकता है। वसा युक्त भोजन खाना भी एनल फिशर का मुख्य कारण हो सकता है।
कम गंभीर मामलों में बिना इलाज के स्थिति नियंत्रित हो सकती है। इस स्थिति के इलाज के लिए डॉक्टर गुदा संबंधित स्वच्छता बनाए रखने की सलाह दे सकते हैं। इसके अलावा, लंबे समय तक एक ही स्थान पर बैठने के लिए डॉक्टर मना कर सकते हैं।
वहीं गंभीर मामलों में एनल फिशर के इलाज की आवश्यकता होती है। यदि किसी को एनल फिशर के लक्षण महसूस होते हैं, तो उन्हें जल्द से जल्द परामर्श लेने की सलाह दी जाती है। डॉक्टर द्वारा सही विशेषज्ञता और सही उपचार के साथ, एनल फिशर की समस्या का इलाज किया जा सकता है, जिससे रोगी के स्थिति में सुधार हो सकता है।
एनल फिशर के प्रकार
एनल फिशर के दो मुख्य प्रकार है – एक्यूट और क्रोनिक एनल फिशर। एक्यूट एलन फिशर (Acute anal fissure) थोड़े समय के लिए ही लोगों को परेशान करता है, वहीं क्रोनिक एनल फिशर का प्रभाव लंबे समय तक देखने को मिलता है। कुछ मामलों में देखा गया है कि एक्यूट एनल फिशर के मामले में इलाज की आवश्यकता नहीं होती है, वहीं क्रोनिक फिशर के मामले में चिकित्सा हस्तक्षेप की आवश्यकता होती है। यदि कोई रोगी क्रोनिक फिशर से परेशान है या उसे लगता है कि वह इससे पीड़ित हो सकता है, तो उन्हें जल्द से जल्द इलाज के विकल्प पर अपने डॉक्टर से चर्चा करनी चाहिए।
एनल फिशर की जांच – Anal Fissure ke test
एनल फिशर की जांच की शुरुआत शारीरिक परीक्षण से होती है। सबसे पहले डॉक्टर रोगी से उनके द्वारा महसूस किए जा रहे लक्षण और चिकित्सा स्वास्थ्य से संबंधित कुछ प्रश्न पूछ सकते हैं। इसके साथ साथ डॉक्टर गुदा की शारीरिक जांच करते हैं, जिससे वह गुदा में मौजूद दरार और कट का विश्लेषण कर पाते हैं। कुछ मामलों में डॉक्टर एनल फिशर के निदान के लिए कुछ अन्य परीक्षण जैसे – एनोस्कोपी का सुझाव दे सकते हैं।
एनोस्कोपी के दौरान, एक छोटे और लचीले दूरबीन का प्रयोग होता है, जिसके अंत में एक कैमरा भी लगा होता है। इस दूरबीन को गुदा (Anus) में डाला जाता है, जिसके माध्यम से एनल फिशर और गुदा में मौजूद अन्य समस्या की जानकारी मिल पाती है। यह एक आउट-पेशेंट प्रक्रिया है, जिसे डॉक्टर के क्लीनिक में किया जा सकता है।
यदि स्थिति अभी भी स्पष्ट नहीं हो पा रही है, तो डॉक्टर कुछ अतिरिक्त परीक्षण का सुझाव भी दे सकते हैं जैसे – स्टूल सैंपल टेस्ट, ब्लड टेस्ट, इत्यादि, जिससे स्थिति की सटीक जांच हो पाती है।
निदान के बाद एनल फिशर की पुष्टि हो जाती है जिसके बाद डॉक्टर इलाज की योजना पर चर्चा करते हैं। इलाज के साथ डॉक्टर जीवन शैली में कुछ बदलाव का सुझाव भी दे सकते हैं, जिससे रोगी को स्वस्थ जीवन व्यतीत करने में मदद मिलेगी।
फिशर के इलाज के लिए ऑपरेशन
फिशर के इलाज के लिए दो प्रकार के ऑपरेशन होते हैं, जिनका सुझाव डॉक्टर के द्वारा दिया जा सकता है – ओपन सर्जरी और आधुनिक लेजर सर्जरी।
ओपन एनल फिशर सर्जरी
ओपन सर्जरी के दौरान, रोगी को जनरल एनेस्थीसिया दिया जाता है, जिससे रोगी को ऑपरेशन के दौरान दर्द नहीं होता है। इसके पश्चात रोगी को इस प्रकार ऑपरेटिंग टेबल पर लिटाया जाता है कि सर्जन को प्रभावित क्षेत्र साफ-साफ दिखे।
अगले चरण में एनल फिशर तक पहुंचने के लिए गुदा के चारों ओर चीरे लगाए जाते हैं। सर्जन क्षतिग्रस्त इलाके का पूर्ण रूप से आकलन करते हैं और किसी भी अतिरिक्त समस्या की जांच करते हैं।
गुदा के आसपास के क्षतिग्रस्त ऊतकों को सावधानीपूर्वक हटा दिया जाता है। इसके बाद, चीरे को बंद कर दिया जाता है और क्षेत्र को टांकों की सहायता से सील कर दिया जाता है। ऑपरेशन के बाद, डॉक्टर यह सुनिश्चित करते हैं कि रोगी को किसी भी प्रकार की कोई जटिलता न हो। यदि डॉक्टर को कोई अन्य जटिलता नजर आती है, तो वह उसका समाधान भी साथ-साथ कर देते हैं।
लेजर द्वारा एनल फिशर सर्जरी
लेजर सर्जरी में सबसे पहले रोगी को ऑपरेटिंग टेबल पर इस प्रकार लिटाया जाता है कि ऑपरेशन करने में कोई समस्या न आए। दर्द-मुक्त प्रक्रिया सुनिश्चित करने के लिए डॉक्टर सर्जिकल क्षेत्र को एनेस्थीसिया से सुन्न कर देते हैं।
इसके पश्चात सर्जन एनल फिशर के स्थान तक पहुंचने के लिए गुदा के प्राकृतिक उद्घाटन के माध्यम से एक लेजर को प्रभावित क्षेत्र पर लक्षित करते हैं। लेजर का उपयोग करके, सर्जन प्रभावित मांसपेशियों को सावधानीपूर्वक हटा देते हैं। सर्जरी के बाद, रोगी को एक रिकवरी रूम में ले जाया जाता है, जहां उनके स्वास्थ्य स्थिति का आकलन होता है।
एनल फिशर के इलाज के लिए सबसे उत्तम विकल्प
ऐसे बहुत सारे कारण है, जो लेजर प्रक्रिया को फिशर के लिए सबसे उत्तम विकल्प बनाते हैं। चलिए उनमें से कुछ कारणों को समझते हैं –
- एनल फिशर के लिए लेजर सर्जरीएक मिनिमल इनवेसिव प्रक्रिया है। अर्थात इस प्रक्रिया के दौरान किसी भी प्रकार के उपकरण को शरीर में नहीं डाला जाता है।
- लेजर सर्जरी के माध्यम से इलाज सटीक और सुरक्षित हो पाता है।
- लेजर प्रक्रिया को आउट-पेशेंट प्रक्रिया के तौर पर किया जाता है। इसका अर्थ यह है कि रोगी इलाज वाले दिन ही अपने घर जा सकता है और उन्हें अस्पताल में भर्ती होने की आवश्यकता नहीं होती है।
- लेजर सर्जरी में छोटे चीरे लगाए जाते हैं, जिसके कारण रोगी जल्द से जल्द रिकवर हो पाते हैं और ऑपरेशन के बाद उसे किसी भी प्रकार की जटिलता नहीं होती है।
- लेजर प्रक्रिया के बाद संक्रमण का खतरा बहुत कम होता है।
इन्हीं सब कारणों के चलते ज्यादातर लोग एनल फिशर समेत सभी गुदा रोगों के इलाज के लिए लेजर सर्जरी का चुनाव कर रहे हैं।
लेजर फिशर सर्जरी कौन करवा सकता है?
निम्न स्थितियों में मरीज एनल फिशर के लेजर प्रक्रिया का चयन कर सकते हैं।
- क्रोनिक एनल फिशर के रोगी लेजर सर्जरी का चुनाव कर सकते हैं।
- वह सभी रोगी लेजर सर्जरी का चुनाव कर सकते हैं जिन्होंने एनल फिशर के लिए अन्य सभी उपचारों के विकल्प का चयन किया था और फिर भी स्थिति में कोई परिवर्तन नहीं हुआ।
- जो व्यक्ति मल त्याग के दौरान गंभीर दर्द और असुविधा का सामना करते हैं।
- एनल फिशर के कारण लगातार रक्त हानि का अनुभव होना।
- एनल फिशर के इलाज के लिए न्यूनतम इनवेसिव सर्जिकल तकनीक का चयन
- जो मरीज पारंपरिक सर्जिकल तकनीकों से जुड़ी संभावित जटिलताओं से बचना चाहते हैं।
- एनल फिशर के लिए दीर्घकालिक समाधान की तलाश कर रहे लोग इस प्रक्रिया को करवा सकते हैं।
एनल फिशर के लिए किस प्रक्रिया का प्रयोग होगा इसका निर्णय सर्जन ही लेते हैं। वह रोगी के स्वास्थ्य स्थिति का आकलन करके सबसे उपयुक्त इलाज के विकल्प के बारे में लोगों को बताते हैं।
लेजर एनल फिशर सर्जरी के फायदे – Anal Fissure Surgery ke Fayde
एनल फिशर के आधुनिक इलाज के बहुत सारे लाभ हैं और हमने एक एक करके सबको विस्तार से समझाने का प्रयास किया है –
- मिनिमल इनवेसिव: इस प्रक्रिया में सर्जिकल उपकरणों का शरीर में प्रवेश नहीं होता है क्योंकि प्रक्रिया में लेजर बीम का प्रयोग होता है। इसके कारण कोई कट नहीं लगता है, जिससे ऑपरेशन के बाद दर्द भी कम होता है और रोगी जल्द से जल्द स्वस्थ हो जाता है।
- बेहतर स्वास्थ्य: लेजर तकनीक के माध्यम से रक्त का बहाव दुरुस्त हो जाता है, जिसके कारण पूरा शरीर स्वस्थ हो जाता है। इसके द्वारा जोखिम और जटिलताओं से राहत मिल जाती है और रिकवरी की गति में भी सुधार होता है।
- संक्रमण की संभावना में कमी: लेजर के उपयोग के कारण संक्रमण की संभावना न के बराबर हो जाती है।
- सटीक इलाज: लेजर एनल फिशर सर्जरी से सटीक इलाज संभव है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि लेजर बीम विशिष्ट क्षेत्र को लक्षित कर इलाज करता है, जिससे प्रभावित क्षेत्र के आस-पास के ऊतकों को किसी भी प्रकार का नुकसान नहीं होता है।
- ऑपरेशन के बाद कम दर्द: ओपन सर्जरी की तुलना में लेजर सर्जरी के बाद रोगी को कम दर्द होता है।
- कम रक्त हानि: लेजर तकनीक नसों को बंद कर देती हैं जिससे रक्त संचार बाधित हो जाता है। इसके कारण शरीर से रक्त हानि नहीं होती है और रोगी जल्द से जल्द रिकवर हो जाता है।
- उच्च सफलता दर: कई मामलों देखा गया है कि लेजर फिशर सर्जरी की सफलता दर ओपन सर्जरी की तुलना में अधिक है।
लेजर एनल फिशर ऑपरेशन के लिए खुद को कैसे करें तैयार?
इलाज से पहले तैयारी करना रोगी के स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण साबित हो सकता है। कुछ बातों को ध्यान में रखकर रोगी इलाज के लिए खुद को तैयार कर सकते हैं जैसे –
- अपने सवालों को सर्जन से पूछें
- अपने स्वास्थ्य सेवा प्रदाता से इलाज से पहले के कुछ सामान्य दिशा-निर्देश जानें
- जिन दवाओं का आप सेवन कर रहे हैं, उसकी सूचना अपने डॉक्टर को दें
- सर्जरी वाले दिन अपने साथ एक व्यक्ति को ज़रूर लाएं।
- सर्जरी से कुछ समय पहले तक कुछ भी खाने पीने से परहेज करें।
- यदि ऑपरेशन से पहले खाली पेट रहने की सलाह दी जाती है, तो उसका पालन करें।
- सर्जरी वाले दिन हल्के और आरामदायक कपड़े पहने।
- सर्जरी वाले दिन सभी आवश्यक प्रमाण पत्र अपने साथ रखें।
लेजर एनल फिशर सर्जरी के बाद जल्द रिकवरी के लिए क्या करें?
इन दिशा-निर्देशों का पालन कर रोगी जल्द से जल्द रिकवर हो सकता है –
- डॉक्टर के द्वारा दी गई दवाओं का समय पर सेवन करें।
- सूजन को कम करने के लिए बर्फ की सेक लगाएं।
- सर्जिकल क्षेत्र को साफ और सुरक्षित रखें।
- सिट्ज बाथ लें।
- मल त्याग के दौरान अतिरिक्त जोर लगाने से बचें।
- कब्ज को रोकने के लिए उच्च फाइबर युक्त आहार का पालन करें।
- पर्याप्त मात्रा में जल का सेवन करें।
- तीखा और अधिक तला हुआ भोजन न लें।
- सर्जरी के बाद धीरे धीरे टहलें।
- लंबे समय तक एक ही स्थान पर बैठने से बचें।
- भारी सामान उठाने या ऐसी गतिविधियों को करने से बचें जिसमें ज्यादा जोर लगाना पड़े।
- आराम करें और पर्याप्त नींद लें।
- रक्त हानि, दर्द या खुजली होने पर डॉक्टर से सलाह लें।
लेजर एनल फिशर सर्जरी से संबंधित जटिलताएं
अन्य सर्जिकल तकनीक की तरह ही लेजर एनल फिशर सर्जरी के कुछ जोखिम और जटिलताएं हो सकती हैं जैसे –
- सर्जिकल क्षेत्र पर संक्रमण
- सर्जरी के बाद रक्त हानि
- ऊतकों को हानि
- रिकवरी के दौरान दर्द और असहजता
- मल त्याग के दौरान समस्या
- एनेस्थीसिया से एलर्जी
- एनल फिशर का फिर से उत्पन्न होना
- मल त्याग में समस्या
- सर्जरी के बाद दी गई दवाओं का विपरीत परिणाम
- कुछ मामलों में नसों को नुकसान या फिर रेक्टल प्रोलेप्स की स्थिति उत्पन्न हो सकती है।
एनल फिशर के लिए नॉन-सर्जिकल इलाज
यदि एनल फिशर के लक्षणों से पता चलता है कि फिशर अभी शुरुआती चरण में है, तो डॉक्टर कुछ नॉन-सर्जिकल इलाज के विकल्प का चयन कर सकते हैं। यहां कुछ नॉन-सर्जिकल इलाज के विकल्प दिए गए हैं –
- जीवनशैली में बदलाव करने से रोगी को बहुत लाभ हो सकता है।
- कुछ घरेलू उपचार जैसे सिट्ज बाथ लेना रोगी के लिए लाभकारी साबित हो सकता है।
- शील्ड रेक्टल मरहम (Shield Rectal Ointment) और डॉक्टर बटलर फिशर क्रीम की सलाह डॉक्टर के द्वारा दिया जा सकता है।
एनल फिशर के ऑपरेशन से पहले सर्जन से कौन से प्रश्न पूछें?
यदि रोगी लेजर एनल फिशर सर्जरी से पहले निम्नलिखित प्रश्नों को अपने सर्जन से पूछते हैं, तो उन्हें इस स्थिति का बहुत ज्यादा लाभ मिल सकता है।
- एनल फिशर से संबंधित जोखिम और जटिलताएं क्या है?
- सर्जरी के बाद जल्द से जल्द स्वस्थ होने के लिए क्या करें?
- क्या कोई वैकल्पिक उपचार या नॉन-सर्जिकल विकल्प है, जिनके बारे में विचार करना आवश्यक है?
- सर्जरी के दौरान किस प्रकार के एनेस्थीसिया का उपयोग किया जाएगा, और इससे जुड़े जोखिम या साइड इफेक्ट क्या है?
- सर्जरी के बाद मैं कितनी जल्दी सामान्य गतिविधियों, जैसे काम पर जाना या व्यायाम करना, शुरू करने की उम्मीद कर सकता हूं?
अधिकतर पूछे गए प्रश्न
एनल फिशर के इलाज के लिए किस डॉक्टर से परामर्श करें?
एनल फिशर के इलाज के लिए हमेशा एक गुदा रोग विशेषज्ञ (Proctologist) से परामर्श करें। वह गुदा संबंधित किसी भी रोग का इलाज कर सकते हैं।
क्या एनल फिशर की सर्जरी में दर्द होता है?
एनल फिशर की सर्जरी में एनेस्थीसिया का प्रयोग होता है, जिसके कारण रोगी को किसी भी प्रकार का दर्द नहीं होता है। हालांकि लेजर एनल फिशर के बाद रोगी को थोड़ा दर्द हो सकता है। इसके लिए डॉक्टर कुछ दवाओं का सुझाव दे सकते हैं।
क्या होगा यदि फिशर का इलाज समय पर नहीं होगा?
यदि फिशर का इलाज समय पर नहीं होता है, तो स्थिति के कारण बहुत सारी जटिलताएं उत्पन्न हो सकती है। इसके कारण रोगी को क्रोनिक फिशर और असहजता का सामना करना पड़ सकता है। समय पर इलाज दर्द और असहजता से मुक्ति पाने में मदद कर सकता है।
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6366-448-340इलाज करवा चुके रोगियों के रिव्यु
Bawaseer ki laser surgery se operation ke 3 din baad main acchee tarah se chal paa raha hu aur latrin karne men koi dikkat nahi hoti.
Manoj
Thank you so much, Mera Bahut acche se upchar hua. thanks to doctor for giving such treatment.
Sarthak
Main piles se 2 saal se pareshan tha, thank you to the team, laser surgery ke 2 din baad main sabhi normal kaam kar paa raha hu. Doctor ne poori dekhbhal ki
Aabid
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